उत्तराखंड के देहरादून, नैनीताल, रुद्रप्रयाग और बागेश्वर में 5 जुलाई 2025 को भारी बारिश का कहर! आज का मौसम बना चुनौती, चारधाम यात्रा पर लगा ब्रेक ⛈️⚠️
उत्तराखंड में मानसून ने दस्तक के साथ ही कहर बरपाना शुरू कर दिया है। 5 जुलाई 2025 को जारी ताज़ा मौसम पूर्वानुमान के अनुसार, चारधाम यात्रा पर इसका गहरा असर पड़ा है। राज्य के रुद्रप्रयाग और बागेश्वर जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट ⚠️ जारी किया गया है, जिससे श्रद्धालुओं और पर्यटकों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
☁️ देहरादून में बदलता मौसम: धूप और बादलों की आंख-मिचौली
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में गर्मी और नमी भरे मौसम का सिलसिला जारी है।
- शुक्रवार को तेज धूप 🌞 के चलते तापमान में भारी बढ़ोतरी देखी गई।
- दोपहर में तेज धूप, तो वहीं शाम होते-होते बादल 🌥️ छाने लगे।
- देर रात तक बारिश की संभावना बनी रही, जिससे शहरवासियों को उमस भरी गर्मी से थोड़ी राहत मिलने की उम्मीद जगी।
⛅ नैनीताल और आसपास के क्षेत्रों में गरज-चमक के साथ तेज बौछारें 🌩️
- नैनीताल, पिथौरागढ़ और चमोली में तेज बौछारों 🌧️ की संभावना जताई गई है।
- इन क्षेत्रों में रहने वाले नागरिकों और पर्यटकों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।

🚧 चारधाम यात्रा बाधित: केदारनाथ मार्ग पर भूस्खलन ने रोकी यात्रा
केदारनाथ यात्रा एक बार फिर प्राकृतिक आपदा की चपेट में आ गई है।
- शुक्रवार को यात्रा मार्ग पर भारी भूस्खलन 🪨 के कारण तीन घंटे तक यात्रा पूरी तरह रुकी रही।
- भीमबली और जंगल चट्टी में यात्रियों को रोक दिया गया।
- यात्रियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
🛣️ बदरीनाथ और यमुनोत्री हाईवे भी बंद: गंगोत्री मार्ग पर भारी नुकसान
- चमोली जिले में बदरीनाथ हाईवे पर भारी मलबा गिरने से 2 घंटे तक यातायात बाधित रहा।
- यमुनोत्री हाईवे पिछले 6 दिनों से बंद है।
- गंगोत्री हाईवे का 25 मीटर हिस्सा पपड़गाड़ के पास धंस गया, जिससे आठ घंटे तक आवाजाही ठप रही।
⚠️ मौसम विभाग का अलर्ट: ऑरेंज जोन में रुद्रप्रयाग और बागेश्वर
मौसम विज्ञान केंद्र ने चेतावनी जारी करते हुए बताया कि:
- रुद्रप्रयाग और बागेश्वर में भारी से बहुत भारी वर्षा 🌧️ हो सकती है।
- ऑरेंज अलर्ट का मतलब है कि स्थिति खतरनाक हो सकती है, लिहाज़ा स्थानीय प्रशासन और नागरिकों को सजग रहने की जरूरत है।
🏞️ चारधाम यात्रा मार्गों पर संकट: यात्रा पर असर
- केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री जैसे धार्मिक स्थलों की यात्रा करने वाले श्रद्धालु इस समय कठिन परिस्थितियों का सामना कर रहे हैं।
- बादल छाए रहने और लगातार हो रही बारिश से भूस्खलन की आशंका बनी हुई है।
- मौसम विभाग के अनुसार, अगले 24 से 48 घंटों में स्थिति और भी गंभीर हो सकती है।
📢 पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए सावधानियां
👉 यात्रा से पहले मौसम का पूर्वानुमान ज़रूर देखें।
👉 भूस्खलन संभावित क्षेत्रों से बचें।
👉 स्थानीय प्रशासन और मौसम विभाग के निर्देशों का पालन करें।
👉 आपात स्थिति में 1077 या 112 पर संपर्क करें।
🌦️ उत्तराखंड के अन्य क्षेत्रों में भी भारी बारिश की संभावना
- पिथौरागढ़, चमोली, अल्मोड़ा और उत्तरकाशी जैसे जिलों में भी तेज बौछारें पड़ने की चेतावनी दी गई है।
- इन इलाकों में रहने वाले लोगों को जलभराव, सड़क कटाव और भूस्खलन से सावधान रहने की जरूरत है।
📸 वर्तमान स्थिति की झलक
जिला | स्थिति | अलर्ट लेवल |
---|---|---|
रुद्रप्रयाग | भारी से बहुत भारी बारिश | ऑरेंज ⚠️ |
बागेश्वर | भारी बारिश की संभावना | ऑरेंज ⚠️ |
देहरादून | गरज-चमक के साथ बौछारें | सामान्य 🌥️ |
नैनीताल | तेज बारिश का अनुमान | सामान्य 🌧️ |
चमोली | यातायात बाधित, भारी बारिश | ऑरेंज ⚠️ |
✅ उपयोगी सुझाव और सतर्कता के उपाय 📝
- जल्दी यात्रा न करें यदि मौसम खराब है।
- फुल चार्ज मोबाइल और जरूरी दवाइयों के साथ यात्रा करें।
- बारिश और भूस्खलन की स्थिति में पहाड़ी इलाकों की यात्रा टालें।
- पर्यावरण के प्रति जागरूकता भी बरतें – प्लास्टिक वेस्ट ना फैलाएं।
📌 निष्कर्ष
उत्तराखंड में 5 जुलाई 2025 को मौसम पूरी तरह मानसून के नियंत्रण में है। चारधाम यात्रा पर इसका सीधा असर पड़ा है और यात्रा मार्गों पर भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। भूस्खलन, मलबा और लगातार हो रही बारिश ने स्थिति को चुनौतीपूर्ण बना दिया है। ऐसे में यात्रियों और स्थानीय निवासियों को पूरी सतर्कता और सावधानी बरतनी चाहिए। प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें और अनावश्यक जोखिम से बचें।
❓FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
Q1. क्या उत्तराखंड में चारधाम यात्रा बंद कर दी गई है?
👉 नहीं, यात्रा पूरी तरह बंद नहीं है लेकिन कई मार्ग बाधित हैं और भूस्खलन के कारण यात्रा अस्थायी रूप से रोकी जा रही है।
Q2. कौन-कौन से जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है?
👉 रुद्रप्रयाग और बागेश्वर में भारी बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
Q3. केदारनाथ यात्रा पर असर पड़ा है?
👉 हां, भूस्खलन के कारण यात्रा तीन घंटे तक रुकी रही और यात्रियों को मार्ग में ही रोकना पड़ा।
Q4. यमुनोत्री और गंगोत्री हाईवे की स्थिति क्या है?
👉 यमुनोत्री हाईवे पिछले 6 दिनों से बंद है जबकि गंगोत्री हाईवे पर भी 8 घंटे तक आवाजाही ठप रही।
Q5. आम नागरिकों को क्या करना चाहिए?
👉 मौसम की जानकारी लेते रहें, प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें और यात्रा से पहले मौसम की स्थिति को प्राथमिकता दें।