Share Market: Market Crash के बीच इन 10 शेयरों ने दिया 40% तक रिटर्न! जानें कौन से स्टॉक्स हैं टॉप पर
Share Market: हाल ही में शेयर बाजार में करेक्शन देखने को मिला, लेकिन इसके बावजूद निफ्टी 500 इंडेक्स के कई शेयरों ने शानदार प्रदर्शन किया और निवेशकों को बेहतरीन रिटर्न दिए। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, इन शेयरों की बढ़त के पीछे मजबूत फंडामेंटल्स, शानदार अर्निंग्स और आकर्षक वैल्युएशन मुख्य कारण हैं।
शेयर बाजार में गिरावट का दौर, फिर भी कुछ स्टॉक्स चमके
सितंबर में अपने उच्चतम स्तर पर पहुंचने के बाद से शेयर बाजार में गिरावट का दौर जारी है। इसके बावजूद निफ्टी 500 इंडेक्स के कुछ स्टॉक्स ने लगातार बेहतर प्रदर्शन किया और मजबूत रिटर्न जेनरेट किए। निफ्टी 500 इंडेक्स में कुल लिस्टेड कंपनियों में लगभग 90% की हिस्सेदारी है।
इस दौरान बीएसई, निफ्टी 500 इंडेक्स में 42% की तेजी देखने को मिली, जिससे यह टॉप परफॉर्मिंग इंडेक्स बन गया। एम्बर एंटरप्राइजेज ने 38% और जेनसर टेक्नोलॉजीज ने 32% से अधिक की बढ़त दर्ज की।

इन स्टॉक्स ने किया निवेशकों को मालामाल
इन कंपनियों के शानदार प्रदर्शन से निवेशकों को जबरदस्त मुनाफा हुआ। टॉप परफॉर्मिंग स्टॉक्स की लिस्ट इस प्रकार है:
- एम्बर एंटरप्राइजेज
- जेनसर टेक्नोलॉजीज
- लॉरस लैब्स
- रेडिंगटन
- विजया डायग्नोस्टिक सेंटर
- लॉयड्स मेटल्स एंड एनर्जी
- नवीन फ्लोरीन इंटरनेशनल
- क्रिसिल
- अवंती फीड्स
- कोफोर्ज
- विप्रो
- एसआरएफ
- नारायण हृदयालय
शेयर बाजार में तेजी की वजह
मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि इन शेयरों की ग्रोथ के पीछे कई कारण हैं:
- मजबूत फंडामेंटल्स – कंपनियों की वित्तीय स्थिति मजबूत रही।
- बेहतर अर्निंग्स – तिमाही नतीजे उम्मीद से बेहतर आए।
- आकर्षक वैल्युएशन – इन स्टॉक्स की कीमतें तुलनात्मक रूप से कम बनी रहीं।
- रेवेन्यू ग्रोथ की उम्मीद – कंपनियों के बिजनेस मॉडल और फ्यूचर ग्रोथ पोटेंशियल के कारण इन स्टॉक्स में निवेशकों की रुचि बढ़ी।
सितंबर के बाद बाजार में गिरावट के बावजूद निफ्टी 500 इंडेक्स के 59 शेयरों ने मजबूती दिखाई। इस दौरान 64 शेयरों में 10% से कम की गिरावट आई, जबकि 290 शेयरों में 10% से 30% के बीच गिरावट दर्ज की गई। वहीं, 87 शेयरों में 30% से अधिक की गिरावट देखी गई।
शेयर बाजार में गिरावट क्यों आई?
हाल के दिनों में शेयर बाजार में मंदी के पीछे कई वजहें रहीं:
- विदेशी निवेशकों की बिकवाली – विदेशी निवेशकों ने भारतीय शेयरों में निवेश घटाया।
- आर्थिक वृद्धि दर में सुस्ती – धीमी ग्रोथ के कारण बाजार में दबाव बना।
- कॉर्पोरेट इनकम में गिरावट – कई कंपनियों के मुनाफे में कमी आई।
- बढ़ती ब्याज दरें और टैरिफ अटकलें – वैश्विक स्तर पर ब्याज दरों में बढ़ोतरी और टैरिफ नीतियों से अस्थिरता बढ़ी।
निवेशकों के लिए एक्सपर्ट्स की राय
आईसीआईसीआई प्रुडेंशियल एएमसी के चीफ इन्वेस्टमेंट ऑफिसर एस नरेन ने निवेशकों को सलाह दी कि वे मिड और स्मॉल-कैप फंड्स में SIPs से बचें, क्योंकि बाजार में अस्थिरता बनी हुई है। निवेशकों को लंबी अवधि के दृष्टिकोण से सोचने और निवेश करने की सलाह दी गई है।
निष्कर्ष
हालांकि शेयर बाजार में गिरावट का दौर जारी है, लेकिन कुछ स्टॉक्स ने जबरदस्त प्रदर्शन कर निवेशकों को शानदार रिटर्न दिए हैं। मार्केट की अस्थिरता के बीच मजबूत फंडामेंटल्स वाले स्टॉक्स में निवेश करना ही बेहतर रणनीति साबित हो सकती है।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल जानकारी के लिए है। निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें।