Paytm Share Price: पेटीएम के तिमाही नतीजे 36% रेवेन्यू गिरावट के बावजूद, कंपनी के शेयरों में 94% की तेजी!
Paytm Share Price: भारत की प्रमुख फिनटेक कंपनी पेटीएम, जिसकी पैरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशन है, ने वित्त वर्ष 2025 की दिसंबर तिमाही के अपने परिणाम जारी कर दिए हैं। इन नतीजों का असर कंपनी के शेयर बाजार में भी दिखाई दिया।
Paytm Share Price Live
नेट लॉस में कमी, शेयरों में तेजी
दिसंबर तिमाही में पेटीएम का कंसोलिडेटेड नेट लॉस घटकर 208.3 करोड़ रुपये हो गया। पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में यह 219.18 करोड़ रुपये था। इस सुधार के बावजूद कंपनी के रेवेन्यू में गिरावट देखने को मिली।
पेटीएम के शेयरों में इस रिपोर्ट के बाद तेजी देखी गई। सुबह 11:07 बजे पेटीएम का शेयर 2.02% बढ़कर 918 रुपये पर पहुंच गया।

रेवेन्यू में 36% की गिरावट
कंपनी ने जानकारी दी कि दिसंबर तिमाही के दौरान उसका कंसोलिडेटेड रेवेन्यू 36% गिरकर 1828 करोड़ रुपये रहा। पिछले वर्ष की दिसंबर तिमाही में यह आंकड़ा 2851 करोड़ रुपये था।
हालांकि, तिमाही आधार पर रेवेन्यू में 10% की बढ़ोतरी हुई। यह सुधार जीएमवी (ग्रॉस मर्चेंडाइज वैल्यू) में वृद्धि, सब्सक्रिप्शन रेवेन्यू में हेल्दी ग्रोथ और फाइनेंशियल सर्विस डिस्ट्रीब्यूशन के बढ़ते रेवेन्यू के कारण हुआ।
मार्जिन में सुधार
दिसंबर तिमाही में कंपनी का ऑपरेशनल मार्जिन तिमाही आधार पर 5% बढ़कर 489 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी का पेमेंट प्रोसेसिंग मार्जिन भी निर्धारित दायरे में बना रहा।
फाइनेंशियल सर्विसेज से जुड़ी आमदनी में बढ़ोतरी का श्रेय मर्चेंट लोन, कलेक्शन एफिशिएंसी और डिफॉल्ट लॉस गारंटी पोर्टफोलियो से जुड़े ट्रायल रेवेन्यू को दिया गया।
डिवाइस सब्सक्राइबर की संख्या में वृद्धि
31 दिसंबर 2025 तक पेटीएम के डिवाइस मर्चेंट सब्सक्राइबर की संख्या 1.17 करोड़ तक पहुंच गई। दिसंबर तिमाही के दौरान कंपनी ने 5 लाख नए सब्सक्राइबर जोड़े।
पिछले छह महीनों में शेयरों का प्रदर्शन
पिछले छह महीनों में पेटीएम के शेयरों ने 94% का शानदार रिटर्न दिया है। पिछले एक वर्ष में निवेशकों को 15% का लाभ हुआ, जबकि तीन महीनों में शेयर मूल्य में 24% की वृद्धि दर्ज की गई।
निवेश से पहले सलाह आवश्यक
(यह जानकारी केवल सूचना के लिए है। निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से राय जरूर लें।)
निष्कर्ष
पेटीएम की दिसंबर तिमाही का प्रदर्शन बताता है कि कंपनी लागत को कम करने और ऑपरेशनल मार्जिन में सुधार लाने पर फोकस कर रही है। हालांकि, रेवेन्यू में गिरावट एक चुनौती बनी हुई है। आने वाले समय में, कंपनी के विकास और निवेशकों के लिए बेहतर रिटर्न पर ध्यान देना महत्वपूर्ण होगा।