कल का मौसम 4 जुलाई 2025: दिल्ली, चंडीगढ़, जयपुर, भोपाल, रांची और गोवा में भारी बारिश के आसार, अगले 7 दिन तक तबाही का अलर्ट जारी!
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने एक बार फिर चेतावनी जारी की है कि देश के कई हिस्सों में अगले 6 से 7 दिनों तक भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। इस मानसूनी गतिविधि के कारण उत्तर-पश्चिम भारत से लेकर मध्य भारत और पूर्वी भारत तक हालात बिगड़ सकते हैं।
🔴 किन राज्यों में सबसे ज्यादा बारिश का खतरा?
- हिमाचल प्रदेश 🏔️
- उत्तराखंड 🌄
- उत्तर प्रदेश 🏞️
- पंजाब 🌾
- हरियाणा 🛣️
- राजस्थान 🏜️
इन सभी राज्यों में अगले एक हफ्ते तक लगातार भारी बारिश की संभावना जताई गई है।
⛈️ मध्य और पूर्वी भारत में मूसलधार बारिश की चेतावनी
आईएमडी के अनुसार, मध्य भारत और पूर्वी भारत के राज्यों में भी इस सप्ताह बारिश का जोर रहेगा। इनमें शामिल हैं:
- मध्य प्रदेश 🌾
- विदर्भ
- छत्तीसगढ़
- बिहार
- पश्चिम बंगाल
- सिक्किम
- झारखंड
इन क्षेत्रों में कई जगहों पर अत्यधिक वर्षा होने की संभावना है, जिससे बाढ़ जैसे हालात बन सकते हैं।

☔ गुजरात, महाराष्ट्र और कोंकण-गोवा में बारिश का रेड अलर्ट
- गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्रों में भारी बारिश 🌊
- कोंकण और गोवा क्षेत्र में तेज़ बारिश के आसार 🌴
- मध्य महाराष्ट्र में भी अगले कुछ दिनों में मूसलधार बारिश 💦
आईएमडी ने गुजरात और पश्चिमी तटीय इलाकों के लिए रेड अलर्ट जारी कर दिया है।
🌀 दक्षिण भारत भी रहेगा बारिश की चपेट में
- तटीय आंध्र प्रदेश 🌊
- तेलंगाना
- केरल 🌴
- कर्नाटक 🏞️
इन राज्यों में इस हफ्ते लगातार तेज बारिश होने की संभावना है। इससे लैंडस्लाइड, जलभराव और फसलें खराब होने का डर बढ़ गया है।
⚠️ हरियाणा और उत्तराखंड में बाढ़ का खतरा बढ़ा
आईएमडी ने साफ कहा है कि हरियाणा और उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश के चलते बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। विभाग ने अधिकारियों को सतर्क रहने और बचाव की पूरी तैयारी रखने के निर्देश दिए हैं।
🚨 प्रभावित नदियां और जलग्रहण क्षेत्र
- गोदावरी नदी 🌊
- महानदी
- कृष्णा नदी
इन नदियों के उपरी जलग्रहण क्षेत्रों, विशेष रूप से छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में सामान्य से अधिक वर्षा की संभावना जताई गई है।
🏙️ दिल्ली-NCR भी खतरे में: राजधानी में जलभराव की आशंका
उत्तराखंड से निकलने वाली कई नदियां दक्षिण की ओर बहती हैं, जो दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति बना सकती हैं। दिल्ली-NCR के लिए विशेष रूप से चेतावनी जारी की गई है।
🌧️ IMD का पूर्वानुमान: जुलाई में सामान्य से अधिक बारिश
IMD के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि:
“जुलाई महीने में सामान्य से अधिक वर्षा की उम्मीद है। खासकर मध्य भारत, उत्तराखंड और हरियाणा में सतर्कता बेहद जरूरी है।”
💡 बचाव के उपाय और सलाह 🛑
- निचले इलाकों में रहने वाले लोग अलर्ट रहें
- स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन करें
- बिजली के खंभों और खुले तारों से दूर रहें
- जलभराव वाले इलाकों में न जाएं
- आपातकालीन नंबर को सेव रखें
🧭 मॉनसून का अगला कदम: पूर्वोत्तर भारत भी प्रभावित
पूर्वोत्तर राज्यों में भी कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। खासतौर पर असम, मेघालय, त्रिपुरा और मिजोरम में जलभराव और भूस्खलन की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
✅ निष्कर्ष: अगले 7 दिन रहें सतर्क और सुरक्षित!
देशभर में मानसून का दौर फिर से आक्रामक रूप ले चुका है। भारी बारिश की चेतावनियों को नजरअंदाज करना अब जोखिम भरा हो सकता है। चाहे वह पहाड़ी राज्य हों या समतल मैदान – हर जगह बाढ़, लैंडस्लाइड और जलभराव की आशंका बनी हुई है। ऐसे में खुद भी सतर्क रहें और दूसरों को भी जागरूक करें।
❓FAQs: मानसून और भारी बारिश को लेकर पूछे गए सवाल
1. क्या दिल्ली में अगले कुछ दिनों में बाढ़ आ सकती है?
👉 हां, अगर बारिश इसी तरह जारी रही तो निचले इलाकों में जलभराव और बाढ़ की आशंका है।
2. किन राज्यों में सबसे ज्यादा बारिश का खतरा है?
👉 हिमाचल, उत्तराखंड, यूपी, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, गुजरात, एमपी, बिहार जैसे राज्यों में।
3. क्या यह मानसून सामान्य है?
👉 नहीं, IMD के अनुसार इस बार जुलाई में सामान्य से अधिक वर्षा हो रही है।
4. क्या स्कूल-कॉलेज बंद होंगे?
👉 यह निर्णय स्थानीय प्रशासन पर निर्भर करेगा, लेकिन अत्यधिक वर्षा की स्थिति में छुट्टी दी जा सकती है।
5. क्या अभी और चेतावनी जारी हो सकती है?
👉 हां, बारिश की तीव्रता और क्षेत्र के अनुसार अगले कुछ दिनों में ऑरेंज या रेड अलर्ट जारी हो सकता है।