FII की ताबड़तोड़ बिकवाली: भारतीय शेयर बाजार में हड़कंप, निवेशकों की चिंता बढ़ी! 📉
FII: भारतीय शेयर बाजार में बीते शुक्रवार को भारी गिरावट देखी गई, जिससे निवेशकों की चिंता बढ़ गई है। सेंसेक्स 1,414 अंकों की भारी गिरावट के साथ 73,198 के स्तर पर बंद हुआ, वहीं निफ्टी 420 अंकों की गिरावट के साथ 22,124 के स्तर पर क्लोज हुआ। इस गिरावट का मुख्य कारण फॉरेन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (FII) की भारी बिकवाली रही।
शुक्रवार को रिकॉर्ड तोड़ बिकवाली 📊
शेयर बाजार के डेटा के अनुसार, शुक्रवार को FII ने कुल ₹11,639 करोड़ की बिकवाली की। यह फरवरी महीने की अब तक की सबसे बड़ी बिकवाली रही। पूरे फरवरी में FII ने कुल ₹34,574 करोड़ की निकासी की है, जिससे बाजार में अस्थिरता बढ़ गई है।

फरवरी में सिर्फ 2 दिन की खरीदारी 🛒
फरवरी महीने में कुल 20 ट्रेडिंग सेशंस हुए, लेकिन इनमें से सिर्फ 2 दिन FII ने खरीदारी की।
- 18 फरवरी को ₹4,787 करोड़ की खरीदारी।
- 4 फरवरी को ₹809 करोड़ की खरीदारी।
बाकी 18 दिनों तक FII ने सिर्फ बिकवाली की, जिससे बाजार पर दबाव बना रहा।
घरेलू निवेशकों का सपोर्ट लेकिन नाकाफी 🏦
हालांकि, घरेलू संस्थागत निवेशकों (DII) ने ₹12,308.63 करोड़ की खरीदारी की, लेकिन यह बाजार की गिरावट को रोकने में सक्षम नहीं रही। घरेलू निवेशकों का समर्थन जारी है, लेकिन FII की बिकवाली के सामने यह कमजोर साबित हो रहा है।
आईटी और ऑटो सेक्टर में सबसे ज्यादा गिरावट 🚗💻
शुक्रवार को सबसे ज्यादा आईटी और ऑटो सेक्टर में बिकवाली देखी गई।
- निफ्टी आईटी इंडेक्स 4.2% गिरा।
- निफ्टी ऑटो इंडेक्स 3.9% टूटा।
- कुल मिलाकर 16 सेक्टर के इंडेक्स लाल निशान पर बंद हुए।
2416 शेयर लाल निशान पर बंद 📉
बीते शुक्रवार को NSE के 2,972 में से 2,416 कंपनियों के शेयर गिरावट के साथ बंद हुए।
- 789 शेयरों ने अपने 52 सप्ताह के निचले स्तर को छुआ।
- सिर्फ 489 शेयर हरे निशान पर बंद हुए।
पिछले 4 साल की सबसे बुरी फरवरी 📅
अगर पिछली कुछ फरवरी महीनों की तुलना की जाए, तो यह 2020 के बाद सबसे खराब फरवरी रही।
- 2020: -6.4% (कोरोना महामारी के दौरान)
- 2021: +6.6%
- 2022: -3.2%
- 2023: -2%
- 2024: +1.2%
इस बार की भारी गिरावट ने निवेशकों को असमंजस में डाल दिया है कि क्या यह गिरावट जारी रहेगी या बाजार में रिकवरी देखने को मिलेगी।
निष्कर्ष 📌
भारतीय शेयर बाजार में मौजूदा उतार-चढ़ाव FII की बिकवाली के कारण है। घरेलू निवेशकों का सपोर्ट होने के बावजूद, यह बिकवाली बाजार पर भारी पड़ रही है। खासकर आईटी और ऑटो सेक्टर पर इसका असर ज्यादा दिखा है। अगर यह ट्रेंड जारी रहता है, तो बाजार में और गिरावट देखी जा सकती है।
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल) ❓
1. FII क्या होता है?
FII (Foreign Institutional Investors) वे विदेशी संस्थान होते हैं, जो भारतीय शेयर बाजार में निवेश करते हैं।
2. FII की बिकवाली का बाजार पर क्या असर पड़ता है?
जब FII बड़ी मात्रा में बिकवाली करते हैं, तो बाजार में गिरावट आती है, क्योंकि विदेशी निवेशकों की निकासी से लिक्विडिटी कम हो जाती है।
3. घरेलू निवेशकों की खरीदारी से बाजार क्यों नहीं संभल रहा?
घरेलू निवेशक FII की तुलना में कम निवेश करते हैं, जिससे उनकी खरीदारी बिकवाली को संतुलित नहीं कर पाती।
4. किन सेक्टर्स में सबसे ज्यादा गिरावट आई?
आईटी और ऑटो सेक्टर में सबसे ज्यादा गिरावट देखी गई।
5. क्या अब निवेश करना सुरक्षित है?
अगर आप लंबी अवधि के निवेशक हैं, तो गिरावट के समय निवेश करना फायदेमंद हो सकता है, लेकिन निवेश से पहले वित्तीय सलाह जरूर लें।
(डिस्क्लेमर: यह केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया लेख है। किसी भी निवेश निर्णय से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श लें।)