स्टॉक मार्केट क्रैश से घबराए नहीं! ये म्यूचुअल फंड दे रहे हैं शानदार सुरक्षा और बेहतरीन रिटर्न
पिछले कुछ दिनों से शेयर बाजार में लगातार गिरावट देखी जा रही है। बुधवार को भी बाजार में भारी गिरावट दर्ज की गई, जिससे निवेशकों की चिंता बढ़ गई। बाजार खुलने के एक घंटे के भीतर ही सेंसेक्स 800 अंक से अधिक गिर गया। प्रमुख इंडेक्स सितंबर 2024 में अपने उच्चतम स्तर से 10% से ज्यादा नीचे आ चुके हैं। खासतौर पर कुछ बेहतरीन मिड और स्मॉल-कैप शेयर अपने उच्चतम स्तर से लगभग 50% तक गिर चुके हैं।
हालांकि, कुछ फंडों ने इस गिरावट के बावजूद निवेशकों को बड़ा नुकसान होने से बचाया है।

निवेशकों की चिंता: एसआईपी में नुकसान
इस तेज गिरावट ने कई निवेशकों को चिंता में डाल दिया है। खासकर वे निवेशक जिन्होंने पिछले एक साल में इक्विटी फंड में एसआईपी (SIP) शुरू की थी, वे नुकसान का सामना कर रहे हैं। वहीं, जो निवेशक मोमेंटम इन्वेस्टिंग जैसी रणनीतियों में पैसा लगा चुके थे, उन्हें सबसे अधिक नुकसान हुआ है।
निफ्टी 200 मोमेंटम 30 इंडेक्स भी 27 सितंबर के उच्चतम स्तर से 20% से ज्यादा नीचे आ चुका है, जिससे निवेशकों को भारी नुकसान हुआ है।
समझदारी से निवेश करने वाले फंडों ने बचाया नुकसान
हालांकि, इस गिरावट के बावजूद कुछ डाइवर्सिफाइड इक्विटी फंड्स ने निवेशकों को राहत दी है। इन फंडों ने सही रणनीति अपनाकर नुकसान को सीमित रखा है।
Parag Parikh Flexicap Fund का प्रभावशाली प्रदर्शन
Parag Parikh Flexicap Fund ने इस गिरावट के दौरान संतुलित प्रदर्शन किया। इस फंड में केवल 2.9% की गिरावट आई, जबकि इसके बेंचमार्क निफ्टी 500 TRI में 11.6% की गिरावट दर्ज की गई। वहीं, औसत डाइवर्सिफाइड इक्विटी म्यूचुअल फंड में भी इतनी ही गिरावट आई।
बाजार की स्थिति और फंड मैनेजरों की रणनीति
2023 में स्मॉल-कैप और मिड-कैप शेयरों का शानदार प्रदर्शन
वर्ष 2023 में मिड-कैप और स्मॉल-कैप शेयरों में जबरदस्त तेजी देखी गई थी।
- निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स में 53.5% की बढ़त दर्ज हुई।
- निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स ने 44.6% की तेजी दिखाई।
यह तेजी 2024 में भी जारी रही, लेकिन अनुभवी फंड मैनेजरों ने समय रहते बाजार में बन रहे बुलबुले को पहचान लिया और जोखिम भरे निवेश से बचने के लिए अपनी रणनीति बदल दी।
SBI Focused Equity Fund और HDFC Focused 30 की रणनीति
- SBI Focused Equity Fund के पोर्टफोलियो में केवल 25 शेयर थे, लेकिन इसका लगभग 75% निवेश लार्ज-कैप शेयरों में था।
- HDFC Focused 30 Fund की स्थिति भी इसी तरह की थी, जहां 80% पोर्टफोलियो लार्ज-कैप शेयरों में निवेशित था।
- HDFC Taxsaver ELSS Fund में तीन साल का लॉक-इन पीरियड है, जिससे निवेशकों पर अचानक पैसा निकालने का दबाव नहीं था।
इन फंडों ने बाजार में गिरावट से बचने के लिए मिड और स्मॉल-कैप शेयरों की बजाय लार्ज-कैप शेयरों पर ध्यान केंद्रित किया, जो बाद में सही साबित हुआ।
Motilal Oswal Midcap Fund की रणनीति
Motilal Oswal Midcap Fund पूरी तरह से मिड-कैप सेक्टर पर केंद्रित रहा। इस फंड ने उच्च गुणवत्ता वाले मिड-कैप शेयरों को चुना और उनका पोर्टफोलियो मजबूत रखा।
निवेशकों के लिए क्या सबक?
- लॉन्ग टर्म अप्रोच अपनाएं – बाजार में गिरावट के बावजूद धैर्य रखना महत्वपूर्ण है।
- डाइवर्सिफाइड निवेश करें – केवल मिड या स्मॉल-कैप पर निर्भर न रहें, बल्कि लार्ज-कैप में भी निवेश करें।
- समझदारी से फंड चुनें – ऐसे फंडों में निवेश करें, जो बाजार की स्थितियों को भांपकर सही निर्णय लेते हैं।
निष्कर्ष
हालिया गिरावट ने निवेशकों को सतर्क कर दिया है, लेकिन जो फंड समझदारी से निवेश कर रहे हैं, वे इस मुश्किल दौर में भी मजबूती से टिके हुए हैं। SBI Focused Equity, HDFC Focused 30, Parag Parikh Flexicap Fund जैसे फंडों ने सही रणनीति अपनाकर नुकसान को सीमित किया है।
निवेशकों को भी बाजार के उतार-चढ़ाव को समझकर सही फंड चुनने चाहिए और लॉन्ग-टर्म निवेश की रणनीति पर ध्यान देना चाहिए।