JSSC-CGL परीक्षा 2024: एग्जाम के ये दो दिन को झारखंड में इंटरनेट सेवाएं बंद, सरकार ने उठाए कड़े कदम
झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (JSSC) द्वारा 21 और 22 सितंबर 2024 को आयोजित होने वाली JSSC-CGL परीक्षा के दौरान पूरे झारखंड में इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगाने का आदेश जारी किया गया है। यह आदेश राज्य सरकार के गृह, कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा शुक्रवार को जारी किया गया। सरकार का मुख्य उद्देश्य है कि परीक्षा पूरी तरह से कदाचार मुक्त हो और किसी भी प्रकार की पेपर लीक जैसी घटनाओं को रोका जा सके।
परीक्षा के दौरान पूरे झारखंड में इंटरनेट सेवा ठप
सरकार द्वारा जारी आदेश के अनुसार, 21 और 22 सितंबर को होने वाली JSSC-CGL परीक्षा के दौरान सुबह 8 बजे से दोपहर 1:30 बजे तक झारखंड के सभी 24 जिलों में इंटरनेट सेवा बंद रहेगी। इसमें मोबाइल इंटरनेट, ब्रॉडबैंड, और वाईफाई जैसी सभी प्रकार की ऑनलाइन सेवाएं प्रभावित रहेंगी। सरकार का मानना है कि इस कदम से परीक्षा के दौरान किसी भी प्रकार की अनुचित गतिविधियों पर रोक लगाई जा सकेगी।
कड़ी सुरक्षा व्यवस्था और मेटल डिटेक्टर का उपयोग
परीक्षा केंद्रों पर कड़ी निगरानी के लिए सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं। प्रत्येक केंद्र पर मेटल डिटेक्टर, जैमर और अन्य सुरक्षा उपकरणों का उपयोग किया जाएगा, ताकि किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी की संभावना को खत्म किया जा सके। इसके साथ ही, परीक्षार्थियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि वे परीक्षा केंद्र पर किसी भी प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, जैसे मोबाइल फोन, स्मार्टवॉच, या अन्य गैजेट्स न लेकर आएं। इस सख्ती का उद्देश्य परीक्षा प्रक्रिया को पूरी तरह से पारदर्शी और निष्पक्ष बनाना है।
सोशल मीडिया पर रोक
आदेश में यह भी स्पष्ट किया गया है कि फेसबुक, व्हाट्सऐप, एक्स (पूर्व में ट्विटर), टेलीग्राम और यूट्यूब जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल परीक्षा के दौरान अनुचित कार्यों के लिए किया जा सकता है। इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए परीक्षा की अवधि के दौरान सभी सोशल मीडिया साइट्स पर रोक लगाने का फैसला लिया गया है। परीक्षा अवधि के दौरान किसी भी प्रकार के डेटा ट्रांसफर को रोकने के लिए इंटरनेट सेवाओं को ठप रखा जाएगा, ताकि किसी भी प्रकार की जानकारी लीक होने की आशंका न रहे।
6.40 लाख अभ्यर्थी होंगे शामिल
JSSC-CGL 2024 परीक्षा में इस बार करीब 6.40 लाख से अधिक अभ्यर्थी शामिल होने जा रहे हैं। परीक्षा के लिए राज्यभर में कुल 823 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जहाँ अभ्यर्थियों की सुरक्षा और परीक्षा की निष्पक्षता के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं। झारखंड सरकार का यह कदम सुनिश्चित करता है कि किसी भी प्रकार की अनियमितताओं से बचा जा सके और सभी परीक्षार्थियों को समान अवसर प्राप्त हो।
निष्पक्ष और कदाचार मुक्त परीक्षा का उद्देश्य
सरकार की ओर से किए गए इन कड़े कदमों का उद्देश्य परीक्षा को पूरी तरह से कदाचार मुक्त बनाना है। पिछले कुछ सालों में कई परीक्षाओं के दौरान पेपर लीक और अनुचित साधनों का उपयोग होने की घटनाएँ सामने आई हैं। इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए ही इस बार इंटरनेट सेवाओं पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया गया है, ताकि परीक्षा प्रक्रिया को सुचारू और निष्पक्ष तरीके से संपन्न किया जा सके।
परीक्षार्थियों के लिए सख्त निर्देश
सभी परीक्षार्थियों को यह स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि वे परीक्षा के दौरान किसी भी प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस अपने साथ न लाएं। यदि कोई परीक्षार्थी ऐसे उपकरणों के साथ पाया जाता है, तो उसे परीक्षा से बाहर कर दिया जाएगा। इसके साथ ही, केंद्रों पर मेटल डिटेक्टर और अन्य सुरक्षा उपायों के माध्यम से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि कोई भी अनुचित सामग्री परीक्षा केंद्र में न ले जाई जा सके।
निष्कर्ष
JSSC-CGL 2024 की परीक्षा के दौरान इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगाना सरकार का एक महत्वपूर्ण कदम है, जो इस परीक्षा को निष्पक्ष और कदाचार मुक्त बनाने में मदद करेगा। परीक्षार्थियों और प्रशासनिक अधिकारियों के लिए यह आवश्यक है कि वे सभी निर्देशों का पालन करें, ताकि परीक्षा प्रक्रिया सुचारू रूप से सम्पन्न हो सके और किसी भी प्रकार की अनुचित गतिविधियों पर पूरी तरह से रोक लगाई जा सके।