निफ्टी, मिडकैप और सेक्टोरल इंडेक्स का मार्च में कैसा रहेगा हाल? निवेशकों के लिए बड़ा खुलासा!
शेयर बाजार में पिछले 5 महीनों से गिरावट जारी है, जिससे निवेशकों की चिंता बढ़ गई है। फरवरी का महीना भी बाजार के लिए निराशाजनक रहा, क्योंकि सेंसेक्स और निफ्टी में अब तक लगभग 4% की गिरावट दर्ज की गई है। यह गिरावट पिछले 28 सालों का रिकॉर्ड तोड़ने जा रही है। 1996 के बाद यह पहली बार होगा जब निफ्टी लगातार 5 महीनों तक गिरावट के साथ बंद होगा। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या मार्च में बाजार रिकवरी करेगा या गिरावट जारी रहेगी? आइए, पिछले 10 सालों के आंकड़ों के आधार पर इसका विश्लेषण करते हैं।
क्या कहते हैं पिछले 10 सालों के आंकड़े?
बाजार के ऐतिहासिक आंकड़ों को देखें तो, लगातार 5 महीनों की गिरावट के बाद मार्च में शेयर बाजार में सुधार की संभावना बनी रहती है। ब्रोकरेज फर्म JM फाइनेंशियल की एक रिपोर्ट के अनुसार, पिछले 10 सालों में निफ्टी इंडेक्स ने 7 बार मार्च महीने के दौरान सकारात्मक रिटर्न दिया है। यानी, इस महीने निवेशकों को अच्छे मौके मिल सकते हैं।

मार्च में Nifty 50 का औसत रिटर्न -0.3% रहा है। हालांकि, यह आंकड़ा मार्च 2020 में कोविड-19 महामारी के कारण हुई भारी गिरावट के कारण प्रभावित हुआ है, जब निफ्टी में 23% की गिरावट दर्ज की गई थी। यदि इस अपवाद को छोड़ दिया जाए, तो मार्च महीने में निफ्टी का औसत रिटर्न 2.3% हो जाता है। यह संकेत देता है कि सामान्य परिस्थितियों में निफ्टी मार्च में अच्छा प्रदर्शन करता है।
मिडकैप इंडेक्स का प्रदर्शन कैसा रहा?
निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स का मार्च में प्रदर्शन उतना प्रभावी नहीं रहा है। पिछले 10 वर्षों में यह इंडेक्स केवल 5 बार हरे निशान में बंद हुआ है और इसका औसत रिटर्न -0.6% रहा है। हालांकि, यदि मार्च 2020 की भारी गिरावट को हटा दिया जाए, तो इसका औसत रिटर्न 2.7% हो जाता है।
किन सेक्टर्स ने दिया सबसे अच्छा रिटर्न?
सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला सेक्टर
- Nifty MNC Index ने मार्च के महीने में सबसे अच्छा प्रदर्शन किया है। पिछले 10 वर्षों में 7 बार इस इंडेक्स ने निफ्टी 50 से भी अधिक रिटर्न दिया है।
सबसे कमजोर प्रदर्शन करने वाला सेक्टर
- Nifty CPSE Index का प्रदर्शन सबसे कमजोर रहा है। पिछले 10 में से 7 बार यह निफ्टी से भी खराब प्रदर्शन कर चुका है।
ऑटो सेक्टर में निवेश करना सही रहेगा?
ऑटो सेक्टर के लिए मार्च का महीना ज्यादा अनुकूल नहीं रहा है। पिछले 10 में से 7 बार Nifty Auto Index में गिरावट आई है और इस दौरान इसका औसत रिटर्न -2.6% रहा है। यदि मार्च 2020 की भारी गिरावट को छोड़ दिया जाए, तब भी औसत रिटर्न 0.6% ही रहता है। इसका मतलब यह है कि ऑटो सेक्टर में मार्च के महीने में निवेश करना थोड़ा जोखिम भरा हो सकता है।
मार्च में अच्छा प्रदर्शन करने वाले स्टॉक्स
कुछ स्टॉक्स ऐसे भी हैं जो मार्च महीने में लगातार अच्छा प्रदर्शन करते आए हैं। इनमें शामिल हैं:
- नवीन फ्लोरीन इंटरनेशनल
- IPCA लैबोरेटरीज
- KEI इंडस्ट्रीज
- नेस्ले इंडिया
- SRF
- पेज इंडस्ट्रीज
- इंटरग्लोब एविएशन
- APL अपोलो ट्यूब्स
इन कंपनियों ने पिछले 10 वर्षों में 7 या उससे अधिक बार मार्च में 4% से अधिक का औसत रिटर्न दिया है।
मार्च में कमजोर प्रदर्शन करने वाले स्टॉक्स
वहीं, कुछ स्टॉक्स मार्च में लगातार खराब प्रदर्शन करते आए हैं। इनमें शामिल हैं:
- HFCL
- RBL बैंक
- हाउसिंग अर्बन डेवलपमेंट कॉरपोरेशन
- वोडाफोन आइडिया
- अपोलो हॉस्पिटल्स
- कोल इंडिया
- महिंद्रा एंड महिंद्रा
- भारत फोर्ज
इन कंपनियों के शेयर पिछले 10 वर्षों में 7 बार या अधिक मार्च में 4% से अधिक की गिरावट के साथ बंद हुए हैं।
निवेशकों के लिए सलाह
मार्च का महीना ऐतिहासिक रूप से शेयर बाजार के लिए सकारात्मक रहा है, लेकिन कुछ सेक्टर्स और स्टॉक्स का प्रदर्शन कमजोर भी रहा है। निवेशकों को ऐतिहासिक रुझानों का अध्ययन करने के साथ-साथ वर्तमान आर्थिक परिस्थितियों और बाजार के अन्य कारकों का भी ध्यान रखना चाहिए।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। निवेश करने से पहले किसी प्रमाणित वित्तीय सलाहकार से सलाह अवश्य लें।