
Telegram Ban: व्हाट्सएप को टक्कर देने आया ऐप, लेकिन चीन से लेकर यूक्रेन तक इन 6 देशों ने क्यों कर दिया बैन? पूरी सच्चाई जानें

WhatsApp Rival Telegram पर संकट! ईरान, पाकिस्तान और वियतनाम जैसे देशों ने लगाया बैन – जानें कब, क्यों और कैसे हुआ प्रतिबंध
मैसेजिंग की दुनिया में व्हाट्सएप (WhatsApp) का दबदबा लंबे समय से कायम है, लेकिन इसी बीच एक ऐसा प्लेटफॉर्म आया जिसने लोगों को प्राइवेसी और सिक्योरिटी के नए वादे किए। यह प्लेटफॉर्म है टेलीग्राम (Telegram), जिसे व्हाट्सएप का सबसे बड़ा प्रतिद्वंदी माना जाता है। क्लाउड-बेस्ड टेक्नोलॉजी पर आधारित यह ऐप अपने एडवांस फीचर्स और सुरक्षित चैटिंग अनुभव की वजह से तेजी से लोकप्रिय हुआ। हालांकि, जितनी तेज़ी से इसे दुनियाभर में यूजर्स का प्यार मिला, उतनी ही जल्दी यह विवादों और प्रतिबंधों में भी फंस गया। कुछ देशों ने इसे राष्ट्रीय सुरक्षा, विरोध प्रदर्शनों और गलत सूचना के प्रसार का केंद्र मानते हुए इस पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया। सवाल यह उठता है कि आखिर एक ऐसा ऐप जो सुरक्षित मैसेजिंग का दावा करता है, वह सरकारों की नज़र में खतरनाक क्यों बन गया। इस आर्टिकल में हम विस्तार से जानेंगे कि किन 6 देशों ने टेलीग्राम को बैन किया, इसके पीछे क्या कारण थे और यह विवाद आखिर किस दिशा में बढ़ सकता है।
WhatsApp बनाम Telegram: कौन है असली चैलेंजर
व्हाट्सएप को दुनिया का सबसे लोकप्रिय इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप माना जाता है। हालांकि, डेटा प्राइवेसी और पॉलिसी बदलावों के बाद लाखों लोग वैकल्पिक विकल्प की तलाश करने लगे। ऐसे समय में टेलीग्राम सामने आया जिसने क्लाउड-बेस्ड मैसेजिंग, बड़े ग्रुप चैट्स, सीक्रेट चैट्स और फ्री फाइल-शेयरिंग जैसे फीचर्स दिए। लेकिन जहां एक तरफ टेलीग्राम को “प्राइवेसी-फ्रेंडली” कहा गया, वहीं दूसरी तरफ इस पर गैरकानूनी गतिविधियों, प्रोपेगेंडा और चरमपंथी समूहों द्वारा इस्तेमाल किए जाने के आरोप भी लगते रहे।
चीन में Telegram Ban
चीन हमेशा से इंटरनेट और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर सख्त नियंत्रण रखने वाला देश रहा है। 2015 में मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और वकीलों ने विरोध प्रदर्शनों को संगठित करने के लिए टेलीग्राम का इस्तेमाल करना शुरू किया। इसके बाद चीनी अधिकारियों ने राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देकर टेलीग्राम पर बैन लगा दिया। तब से आज तक चीन में टेलीग्राम का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता।
ईरान में Telegram Ban
ईरान में टेलीग्राम सबसे ज्यादा पॉपुलर मैसेजिंग ऐप था। लेकिन 2018 में जब लोगों ने सरकार विरोधी प्रदर्शनों के लिए इसका इस्तेमाल करना शुरू किया, तब सरकार ने इस पर कड़ा एक्शन लिया। ईरानी अधिकारियों ने दावा किया कि टेलीग्राम “गलत और संवेदनशील कंटेंट” फैलाने का जरिया बन गया है। इसी वजह से वहां टेलीग्राम पर प्रतिबंध लगा दिया गया।
वियतनाम में Telegram Ban
वियतनाम सरकार ने 2025 में टेलीग्राम पर बैन लगाने का आदेश जारी किया। इसका कारण था राज्य विरोधी दस्तावेजों और अफवाहों का प्रसार। वियतनाम की सरकार का मानना है कि टेलीग्राम के जरिए गलत सूचनाएं तेजी से फैलती हैं, जिससे सामाजिक असंतुलन और विरोध प्रदर्शनों को बढ़ावा मिलता है।
पाकिस्तान में Telegram Ban
पाकिस्तान में टेलीग्राम को सुरक्षा और लोकल कंटेंट रेग्युलेशन का पालन न करने की वजह से बैन किया गया। सरकार का कहना था कि यह प्लेटफॉर्म राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बन सकता है क्योंकि इसमें कंटेंट मॉडरेशन का अभाव है।
थाईलैंड में Telegram Ban
2020 में थाईलैंड में बड़े पैमाने पर सरकार विरोधी प्रदर्शन हुए। इन प्रदर्शनों को संगठित करने में टेलीग्राम का अहम रोल था। सरकार ने इसे “विरोधियों का हथियार” मानते हुए इस पर प्रतिबंध लगा दिया।
यूक्रेन में Telegram Ban
यूक्रेन ने सितंबर 2024 में टेलीग्राम को सरकारी एजेंसियों और सैन्य अधिकारियों के डिवाइस पर इस्तेमाल करने से प्रतिबंधित कर दिया। कारण यह था कि रूसी स्पेशल सर्विस टेलीग्राम यूज़र्स के मैसेज एक्सेस कर सकती हैं। इससे देश की साइबर सुरक्षा और सैन्य खुफिया जानकारी को खतरा पैदा हो गया।
Telegram पर बैन की सबसे बड़ी वजहें
अगर इन देशों में लगे प्रतिबंधों को देखा जाए तो साफ होता है कि सरकारें टेलीग्राम को केवल एक मैसेजिंग ऐप नहीं बल्कि सुरक्षा और राजनीतिक स्थिरता के लिए खतरा मानती हैं। कहीं यह विरोध प्रदर्शनों का माध्यम बना, तो कहीं इसे फेक न्यूज और चरमपंथी गतिविधियों को बढ़ावा देने वाला प्लेटफॉर्म माना गया।
क्या Telegram सच में WhatsApp का विकल्प है?
टेलीग्राम कई मायनों में व्हाट्सएप से बेहतर फीचर्स देता है। इसमें 2GB तक की फाइल भेजने, 2 लाख से ज्यादा सदस्यों वाले ग्रुप बनाने और मल्टी-डिवाइस सपोर्ट जैसी खूबियां हैं। लेकिन जब सरकारों की नजर में यह प्लेटफॉर्म कानून व्यवस्था और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बन जाता है, तब इसकी लोकप्रियता भी इसके खिलाफ चली जाती है।
निष्कर्ष
टेलीग्राम भले ही प्राइवेसी और फीचर्स के मामले में व्हाट्सएप का सबसे बड़ा प्रतिद्वंदी है, लेकिन यह विवादों से अछूता नहीं रहा। कई देशों ने इसे अपने राष्ट्रीय सुरक्षा और राजनीतिक स्थिरता के लिए खतरा मानकर प्रतिबंधित कर दिया। सवाल यह है कि क्या भविष्य में टेलीग्राम दुनिया के और देशों में भी बैन होगा या फिर यह तकनीकी बदलावों और सख्त पॉलिसीज़ के जरिए अपना अस्तित्व बचा पाएगा।
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
Q1. क्या भारत में टेलीग्राम बैन है?
नहीं, भारत में फिलहाल टेलीग्राम पूरी तरह से उपलब्ध है और लोग इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
Q2. क्या टेलीग्राम WhatsApp से ज्यादा सुरक्षित है?
टेलीग्राम का दावा है कि यह क्लाउड-बेस्ड सुरक्षित चैटिंग सुविधा देता है, लेकिन कई साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ मानते हैं कि इसका गलत इस्तेमाल भी आसानी से हो सकता है।
Q3. किन देशों में टेलीग्राम बैन है?
चीन, ईरान, वियतनाम, पाकिस्तान, थाईलैंड और यूक्रेन में टेलीग्राम पर प्रतिबंध है।
Q4. क्या टेलीग्राम को VPN से चलाया जा सकता है?
हाँ, जहां टेलीग्राम बैन है वहां कई यूजर्स VPN का इस्तेमाल करके इसे चलाते हैं। हालांकि, यह गैरकानूनी हो सकता है।
Q5. क्या टेलीग्राम भविष्य में पूरी दुनिया में बैन हो सकता है?
पूरी दुनिया में बैन की संभावना कम है, लेकिन जिन देशों में सरकारें इंटरनेट और सोशल मीडिया पर सख्ती करती हैं, वहां टेलीग्राम को लेकर और भी मुश्किलें आ सकती हैं।

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