आज का पेट्रोल-डीजल प्राइस: कच्चे तेल के दाम में गिरावट, जानिए आपके शहर में सस्ता हुआ या नहीं फ्यूल
देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतें ग्लोबल मार्केट में कच्चे तेल के दाम पर निर्भर करती हैं। जब भी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत बढ़ती है, तो भारतीय गाड़ीचालकों के बीच पेट्रोल-डीजल के महंगे होने का डर रहता है। इसी तरह जब कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट आती है, तो सभी को उम्मीद होती है कि पेट्रोल-डीजल के दामों में भी कमी आएगी।
अमेरिका के फेड रिजर्व का ब्याज दरों में कटौती का असर
हाल ही में अमेरिका के फेड रिजर्व ने ब्याज दरों में कटौती की घोषणा की थी, जिसके बाद अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दामों में भी कमी देखी गई। इसके बावजूद, भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं आया है। आज 19 सितंबर 2024 को प्रमुख तेल कंपनियों जैसे इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IOCL), हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (HPCL), और भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL) द्वारा जारी किए गए ताज़ा फ्यूल प्राइस अपडेट में भी किसी प्रकार की कटौती की सूचना नहीं दी गई है।
क्या आपके शहर में सस्ता हुआ फ्यूल?
आज के अपडेट के अनुसार, पेट्रोल और डीजल की कीमतें जस की तस बनी हुई हैं। भारत के विभिन्न शहरों में फ्यूल की कीमतों में किसी प्रकार का परिवर्तन नहीं हुआ है। आइए जानते हैं देश के प्रमुख शहरों में पेट्रोल और डीजल के मौजूदा दाम:
महानगरों में पेट्रोल-डीजल के दाम
मेट्रो सिटी | पेट्रोल (रुपये प्रति लीटर) | डीजल (रुपये प्रति लीटर) |
---|---|---|
दिल्ली | 94.76 | 87.66 |
मुंबई | 103.43 | 89.95 |
चेन्नई | 100.73 | 91.75 |
कोलकाता | 104.93 | 92.32 |
अन्य प्रमुख शहरों में पेट्रोल-डीजल के दाम
शहर | पेट्रोल (रुपये प्रति लीटर) | डीजल (रुपये प्रति लीटर) |
---|---|---|
नोएडा | 94.83 | 87.96 |
गुरुग्राम | 95.19 | 88.05 |
बेंगलुरु | 102.84 | 88.92 |
चंडीगढ़ | 94.22 | 82.38 |
हैदराबाद | 107.39 | 95.63 |
जयपुर | 104.86 | 90.34 |
पटना | 105.16 | 92.03 |
कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट और भारत में असर
ग्लोबल मार्केट में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट का असर अक्सर भारत के फ्यूल प्राइस पर तुरंत नहीं पड़ता। भारत सरकार और तेल कंपनियां कई बार कीमतों को स्थिर रखने के लिए समय-समय पर कदम उठाती हैं। हालांकि, अगर कच्चे तेल के दामों में गिरावट लंबे समय तक जारी रहती है, तो इसका सकारात्मक असर पेट्रोल और डीजल के दामों पर देखने को मिल सकता है।
पेट्रोल-डीजल की कीमतें क्यों नहीं होती रोज़ाना कम?
बहुत से लोग यह सोचते हैं कि जब कच्चे तेल के दाम गिरते हैं, तो पेट्रोल-डीजल के दामों में तुरंत कमी क्यों नहीं आती। इसका मुख्य कारण टैक्सेशन और मार्केट के विभिन्न फैक्टर्स होते हैं। भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में एक्साइज ड्यूटी, वैट और अन्य स्थानीय कर भी शामिल होते हैं। यही कारण है कि जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम कम होते हैं, तो इसका सीधा लाभ उपभोक्ताओं तक पहुंचने में समय लग सकता है।
कब होगा फ्यूल प्राइस में बदलाव?
फ्यूल प्राइस में बदलाव पूरी तरह से ग्लोबल मार्केट की स्थितियों, कच्चे तेल की उपलब्धता और भारतीय सरकार के टैक्सेशन पॉलिसी पर निर्भर करता है। अगर भविष्य में कच्चे तेल की कीमतें स्थिर रहती हैं और भारतीय बाजार में सप्लाई बेहतर होती है, तो पेट्रोल और डीजल के दामों में कटौती की उम्मीद की जा सकती है।
निष्कर्ष
पेट्रोल और डीजल की कीमतें भारत में कच्चे तेल के दामों पर निर्भर करती हैं, लेकिन टैक्स और अन्य फैक्टर्स की वजह से यह हमेशा सीधा असर नहीं दिखाती। हालांकि, गाड़ीचालकों को यह उम्मीद बनी रहती है कि भविष्य में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट का फायदा पेट्रोल-डीजल की कीमतों में भी मिलेगा।