मारुति डिजायर ने सेडान सेगमेंट में बनाई धाक, 9 मॉडल्स में से अकेली बढ़ाई बिक्री
भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार में सेडान कारों की लोकप्रियता में बीते कुछ वर्षों में गिरावट आई है। वित्तीय वर्ष 2025 के अप्रैल से अगस्त के बीच 9 में से 8 सेडान मॉडल्स की बिक्री में गिरावट दर्ज की गई। लेकिन, मारुति सुजुकी की डिजायर ने इस ट्रेंड को तोड़ते हुए अपनी बिक्री में इजाफा किया। इस लेख में हम जानेंगे कि कैसे मारुति डिजायर ने अपनी पकड़ मजबूत की और अन्य सेडान मॉडल्स के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन किया।
सेडान सेगमेंट की गिरती मांग
भारत में सेडान सेगमेंट की मांग धीरे-धीरे घटती जा रही है। जहां एक तरफ एसयूवी और हैचबैक सेगमेंट में जबरदस्त उछाल देखने को मिल रहा है, वहीं सेडान कारों की बिक्री में गिरावट आ रही है। वित्तीय वर्ष 2025 के अप्रैल-अगस्त के दौरान 9 में से 8 सेडान मॉडल्स की बिक्री में कमी आई। इस दौरान केवल मारुति सुजुकी डिजायर ने ही अपनी बिक्री में वृद्धि दर्ज की।
मारुति सुजुकी डिजायर: बढ़ती मांग का एकमात्र मॉडल
इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मारुति सुजुकी डिजायर ने अप्रैल-अगस्त 2025 के बीच कुल 67,581 यूनिट्स की बिक्री की, जबकि पिछले साल इसी अवधि में 57,457 यूनिट्स की बिक्री हुई थी। यह आंकड़ा डिजायर की 17.62% सालाना वृद्धि को दर्शाता है। डिजायर की बढ़ती बिक्री ने यह साबित किया है कि यह कार भारतीय ग्राहकों के बीच अब भी बेहद लोकप्रिय है।
अन्य सेडान मॉडल्स की बिक्री में गिरावट
हुंडई ऑरा: दूसरे स्थान पर
सेडान सेगमेंट में दूसरे स्थान पर रही हुंडई ऑरा। हालांकि, हुंडई ऑरा की बिक्री में भी गिरावट देखी गई। इस अवधि में ऑरा की कुल 22,319 यूनिट्स की बिक्री हुई, जो कि 7.41% की सालाना गिरावट है।
होंडा अमेज: तीसरे स्थान पर
होंडा अमेज की बिक्री में 37.23% की भारी गिरावट दर्ज की गई। इस दौरान केवल 10,717 यूनिट्स की बिक्री हो पाई। होंडा अमेज की इतनी बड़ी गिरावट से यह साफ है कि सेडान सेगमेंट की मुश्किलें और भी बढ़ सकती हैं।
टाटा टिगोर: चौथे स्थान पर
टाटा टिगोर ने भी इस दौरान खराब प्रदर्शन किया। टिगोर की कुल 5,622 यूनिट्स की बिक्री हुई, जो कि 38.82% की गिरावट दर्शाती है।
फॉक्सवैगन वर्टस: पांचवें स्थान पर
फॉक्सवैगन वर्टस की बिक्री में 8.07% की गिरावट दर्ज की गई। वर्टस की कुल 8,091 यूनिट्स बिकीं, जो इसे इस लिस्ट में पांचवे स्थान पर रखती हैं।
अन्य प्रमुख सेडान मॉडल्स का हाल
हुंडई वरना: छठा स्थान
हुंडई वरना की बिक्री में 59.8% की भारी गिरावट दर्ज की गई। इस दौरान केवल 6,990 यूनिट्स बिकीं, जो वरना के लिए एक बड़ा झटका है।
स्कोडा स्लाविया: सातवां स्थान
स्कोडा स्लाविया ने 27.88% की सालाना गिरावट के साथ 5,936 यूनिट्स बेचीं। स्लाविया का प्रदर्शन भी काफी निराशाजनक रहा।
होंडा सिटी: आठवां स्थान
होंडा सिटी, जो कभी भारतीय बाजार में सेडान सेगमेंट की शान मानी जाती थी, इस अवधि में केवल 4,712 यूनिट्स बेच पाई। 40.37% की गिरावट के साथ होंडा सिटी ने इस लिस्ट में आठवां स्थान हासिल किया।
मारुति सुजुकी सियाज: नौवां स्थान
मारुति सुजुकी सियाज ने 41.53% की सालाना गिरावट दर्ज की और केवल 3,479 यूनिट्स की बिक्री हो पाई। सियाज का प्रदर्शन इस अवधि में सबसे खराब रहा।
निष्कर्ष: डिजायर ने रखा सेडान सेगमेंट की लाज
जहां एक तरफ अधिकांश सेडान कारों की बिक्री में भारी गिरावट देखी गई, वहीं मारुति सुजुकी डिजायर ने अपनी मजबूत पकड़ बनाए रखी। डिजायर की बिक्री में इजाफा इस बात का संकेत है कि ग्राहकों के बीच यह कार आज भी बेहद पसंद की जा रही है। आने वाले समय में, यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या डिजायर इस ट्रेंड को जारी रख पाती है या सेडान सेगमेंट का पतन जारी रहेगा।