रेलवे का नया नियम! 😲 अब सीनियर सिटीजन, गर्भवती महिलाएं और दिव्यांग यात्रियों को ही मिलेगी लोअर बर्थ – आपकी सीट कन्फर्म है या नहीं? 🎟️
भारतीय रेलवे 🚉 हर दिन लाखों यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने का काम करता है। यात्रा के दौरान सीट को लेकर कई बार यात्रियों को समस्याओं का सामना करना पड़ता है, खासकर लोअर बर्थ (निचली सीट) 🛏️ की मांग अधिक रहती है। यह विशेष रूप से वरिष्ठ नागरिकों (सीनियर सिटीजन), महिलाओं और दिव्यांग यात्रियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण होती है।
हाल ही में रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने एक बड़ा फैसला लिया है, जिसके तहत अब लोअर बर्थ सीट कुछ खास श्रेणी के यात्रियों को ही प्राथमिकता के आधार पर दी जाएगी। आइए जानते हैं कि इस नए नियम के तहत किन यात्रियों को यह सुविधा दी जाएगी और इसका कारण क्या है।

किन यात्रियों को मिलेगी लोअर बर्थ की प्राथमिकता?
रेलवे द्वारा लिए गए नए फैसले के अनुसार, लोअर बर्थ की सुविधा अब निम्नलिखित यात्रियों को प्राथमिकता दी जाएगी:
✅ वरिष्ठ नागरिक (Senior Citizens) 👴👵 – 60 वर्ष से अधिक उम्र के पुरुष और 58 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाएं। ✅ महिलाएं (Women) 👩 – विशेष रूप से गर्भवती महिलाएं और 45 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाएं। ✅ दिव्यांग यात्री (Differently-abled passengers) ♿ – जिनके चलने-फिरने की क्षमता सीमित है।
रेल मंत्री ने स्पष्ट किया कि इन श्रेणियों के यात्रियों को ट्रेन में सफर के दौरान अधिक सुविधा देने के लिए यह निर्णय लिया गया है।
लोअर बर्थ सीट क्यों है महत्वपूर्ण? 🛏️
✅ वरिष्ठ नागरिकों के लिए आरामदायक सफर – बढ़ती उम्र के कारण कई लोगों को ऊपर की सीट पर चढ़ने में कठिनाई होती है। ✅ गर्भवती महिलाओं के लिए सुरक्षित यात्रा – लोअर बर्थ पर सफर करना गर्भवती महिलाओं के लिए ज्यादा सुरक्षित और आरामदायक होता है। ✅ दिव्यांग यात्रियों के लिए आसान पहुंच – दिव्यांग यात्रियों को ऊपर चढ़ने में कठिनाई होती है, इसलिए लोअर बर्थ उनके लिए जरूरी होती है।
हर किसी को नहीं मिलेगी लोअर बर्थ सीट! ❌
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने यह भी बताया कि हर किसी को लोअर बर्थ सीट देना संभव नहीं है क्योंकि हर कोच में इन सीटों की संख्या सीमित होती है।
🚆 स्लीपर कोच – 6 से 7 लोअर बर्थ 🛏️ 🚆 थर्ड एसी कोच – 4 से 5 लोअर बर्थ 🛏️ 🚆 सेकंड एसी कोच – 3 से 4 लोअर बर्थ 🛏️
इसी कारण रेलवे ने यह सुनिश्चित किया है कि जिन्हें सबसे अधिक जरूरत है, उन्हें ही यह सुविधा मिले। यदि सीटें बचती हैं, तो मिडल या अपर बर्थ पर सफर कर रहे वरिष्ठ नागरिकों, गर्भवती महिलाओं और दिव्यांग यात्रियों को प्राथमिकता दी जाएगी।
कैसे करें लोअर बर्थ की बुकिंग? 🎟️
अगर आप सीनियर सिटीजन, गर्भवती महिला या दिव्यांग यात्री हैं, तो टिकट बुकिंग के दौरान निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें:
1️⃣ IRCTC की वेबसाइट पर बुकिंग करते समय सही श्रेणी चुनें। 2️⃣ पीएनआर स्टेटस चेक करें कि आपको लोअर बर्थ मिली है या नहीं। 3️⃣ टिकट काउंटर पर बुकिंग कराते समय रेलवे कर्मचारी को अपनी श्रेणी के बारे में बताएं।
FAQs – लोअर बर्थ से जुड़े महत्वपूर्ण सवाल❓
1️⃣ क्या मैं लोअर बर्थ के लिए अनुरोध कर सकता हूं? 🤔
हाँ, टिकट बुकिंग के दौरान आप लोअर बर्थ का विकल्प चुन सकते हैं, लेकिन यह सीट उपलब्धता पर निर्भर करेगा।
2️⃣ क्या रेलवे लोअर बर्थ की गारंटी देता है? 🔖
नहीं, लोअर बर्थ की गारंटी नहीं होती, लेकिन वरिष्ठ नागरिकों, गर्भवती महिलाओं और दिव्यांग यात्रियों को प्राथमिकता दी जाती है।
3️⃣ क्या लोअर बर्थ केवल आरक्षित कोच में मिलती है? 🚋
हाँ, लोअर बर्थ की प्राथमिकता आरक्षित कोच (Sleeper, AC, Chair Car) में ही दी जाती है। अनारक्षित डिब्बों में यह सुविधा नहीं मिलती।
4️⃣ यदि लोअर बर्थ खाली है, तो क्या मुझे मिल सकती है? 🎟️
अगर ट्रेन में लोअर बर्थ खाली होती है और आप प्राथमिकता वाले यात्रियों में आते हैं, तो टीटीई से अनुरोध करके सीट बदलवा सकते हैं।
निष्कर्ष – रेलवे ने किया बड़ा बदलाव 🚆
भारतीय रेलवे ने वरिष्ठ नागरिकों, महिलाओं और दिव्यांग यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए लोअर बर्थ सीटों को प्राथमिकता देने का बड़ा फैसला लिया है। यदि आप भी इन श्रेणियों में आते हैं, तो टिकट बुकिंग के समय इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं।
यात्रा सुरक्षित और आरामदायक हो! 🚉✨