BSNL 5G: स्वदेशी टेक्नोलॉजी का बड़ा कदम, MTNL भी साथ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘स्वदेशी’ नीति का असर दूरसंचार क्षेत्र में साफ नजर आ रहा है। BSNL और MTNL अब पूरी तरह से स्वदेशी 5G नेटवर्क के विकास की दिशा में बढ़ रहे हैं। सरकार का मुख्य उद्देश्य आयात पर निर्भरता कम करना और भारतीय कंपनियों के सहयोग से देश में ही अत्याधुनिक नेटवर्क का निर्माण करना है। आइए जानते हैं इस पूरे प्रयास के बारे में विस्तार से।
BSNL 5G: स्वदेशी टेक्नोलॉजी का ट्रायल शुरू
BSNL ने 5G नेटवर्क की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। देश की प्रमुख टेक्नोलॉजी कंपनियां जैसे लेखा वायरलेस, VVDN टेक्नोलॉजी, Galore नेटवर्क और WiSig ने मिलकर BSNL के लिए 5G टेक्नोलॉजी का लाइव ट्रायल शुरू कर दिया है। इन कंपनियों का उद्देश्य है कि नेटवर्क इक्विप्मेंट की लागत को कम किया जाए ताकि इसे सस्ता और सुलभ बनाया जा सके।
टेक्नोलॉजी कंपनियों ने इस बात पर जोर दिया है कि यह नेटवर्क पूरी तरह से स्वदेशी होगा, जिसमें किसी अन्य देश से मदद नहीं ली जाएगी। यह एक महत्वपूर्ण कदम है जो भारत को तकनीकी रूप से आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में उठाया गया है।
आयात पर निर्भरता कम करने की योजना
सरकार ने इस प्रयास में जोर दिया है कि BSNL के 5G नेटवर्क के लिए अधिकतम उपकरण भारत में ही निर्मित किए जाएं। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस बारे में बताया कि प्रधानमंत्री मोदी की इच्छा है कि BSNL का 5G नेटवर्क पूरी तरह से स्वदेशी हो। इसके तहत, सरकार का उद्देश्य मल्टीनेशनल फर्मों पर निर्भरता कम करना और स्वदेशी तकनीक का अधिकतम उपयोग करना है।
कमर्शियल 5G नेटवर्क के लॉन्च के बाद यह स्पष्ट हो जाएगा कि इंटरनेट सेवाएं सस्ती हो जाएंगी। इसके अलावा, सरकार को भी अधिक खर्च नहीं करना पड़ेगा, जिससे आम नागरिकों को भी इसका फायदा मिलेगा।
MTNL भी आया BSNL के साथ
MTNL भी इस स्वदेशी 5G परियोजना में BSNL के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रहा है। MTNL के चाणक्यपुरी स्थित कार्यालय में VVDN ने नेटवर्क स्थापित करने का कार्य शुरू कर दिया है। इसके अलावा, MTNL की दिल्ली स्थित राजेंद्र नगर, करोल बाग और शादीपुर क्षेत्रों में भी नेटवर्क की टेस्टिंग जारी है।
MTNL और BSNL के साथ C-DoT (Centre for Development of Telematics) भी इस परियोजना में पूरी तरह से सहयोग कर रहा है। यह सरकारी एजेंसियों और भारतीय कंपनियों का सामूहिक प्रयास है, जो भारत को 5G युग में स्वदेशी टेक्नोलॉजी के साथ आगे ले जाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
दिल्ली में सफलतापूर्वक हुई टेस्टिंग
BSNL और MTNL ने पहले ही दिल्ली के मिंटो रोड पर लेखा वायरलेस के नेटवर्क का सफलतापूर्वक ट्रायल कर लिया है। Niral नेटवर्क की मदद से इस नेटवर्क को स्थापित किया गया है। अब इस परियोजना का विस्तार अन्य शहरों में भी किया जा रहा है ताकि देशभर में 5G सेवाओं को शीघ्रातिशीघ्र शुरू किया जा सके।
2024 तक 5G सेवाओं की योजना
BSNL की योजना है कि 2024 के मध्य तक देशभर में 5G सेवाओं की शुरुआत की जाए। कंपनी की 4G सेवाओं को भी हर शहर और गांव तक पहुंचाने का प्रयास जारी है। BSNL लगातार इस पर काम कर रहा है ताकि हर नागरिक को सस्ती और तेज़ इंटरनेट सेवाएं मिल सकें।
प्रधानमंत्री मोदी के ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान के तहत BSNL का यह कदम न केवल तकनीकी दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि आर्थिक और सामाजिक विकास की दिशा में भी एक बड़ा कदम है। 5G नेटवर्क के स्वदेशी विकास से भारत की तकनीकी क्षमता में वृद्धि होगी और यह दुनिया के अन्य देशों के मुकाबले एक मजबूत प्रतिस्पर्धी बनकर उभरेगा।
निष्कर्ष
BSNL और MTNL का स्वदेशी 5G नेटवर्क न केवल भारत के तकनीकी क्षेत्र को मजबूत करेगा, बल्कि देश की आत्मनिर्भरता को भी बढ़ावा देगा। आयात पर निर्भरता कम होने से जहां सरकार को फायदा होगा, वहीं आम नागरिकों को सस्ता और तेज़ इंटरनेट मिलने का लाभ होगा। PM मोदी की इस नीति का असर दूरसंचार क्षेत्र में साफ दिखाई दे रहा है, और आने वाले समय में यह देश की तकनीकी प्रगति में मील का पत्थर साबित होगा।